कपड़े और भोजन पहुंचाने की परंपरा कायम है। उसके बाद ही माता की बिदाई होती है। कपड़े और भोजन पहुंचाने की परंपरा कायम है। उसके बाद ही माता की बिदाई होती है।
तू चाहे तो क्या नहीं कर सकती माँ,तेरे होते हुए मैं नहीं मर सकती माँ| तू चाहे तो क्या नहीं कर सकती माँ,तेरे होते हुए मैं नहीं मर सकती माँ|
"भांड में गया तू। बड़ा घर में छिपा बैठा है न, तेरे घर के सामने ही कोरोना की फौज आएगी। "भांड में गया तू। बड़ा घर में छिपा बैठा है न, तेरे घर के सामने ही कोरोना की फौज आ...
इस प्रकार भगवती स्वाहा की उत्तपत्ति हुई। इस प्रकार भगवती स्वाहा की उत्तपत्ति हुई।
एफएम रेडियो पर सुबह का पहला प्रोग्राम लेकर उसका आना और अपनी मद भरी आवाज मे एक शायरी से एफएम रेडियो पर सुबह का पहला प्रोग्राम लेकर उसका आना और अपनी मद भरी आवाज मे एक शा...
जीवन में हमेशा हमें वक़्त के साथ चलना चाहिए ................... जीवन में हमेशा हमें वक़्त के साथ चलना चाहिए ...................